तू मिला है तो ये एहसास हुआ है मुझको ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिए थोड़ी है, a photo by firoze shakir photographerno1 on Flickr.
एक ज़रा सा ग़म-इ-दौरान का भी हक है जिस पर
मैंने वो सांस भी तेरे लिए रख छोड़ी है
तुझ पे हो जाऊँगा कुर्बान तुझे चाहूँगा
मैं तो मरकर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा