जुस्तजू जिस की थी उस को तो ना पाया हम ने इस बहाने से मगर देख ली दुनियाँ हम ने, a photo by firoze shakir photographerno1 on Flickr.
जुस्तजू जिस की थी उस को तो ना पाया हम ने
इस बहाने से मगर देख ली दुनियाँ हम ने
तुझ को रुसवा ना किया, खुद भी पशेमान न हुए
इश्क की रस्म को, इस तरह निभाया हम ने
कब मिली थी, कहा बिछडी थी, हमे याद नहीं
जिन्दगी तुझ को तो बस ख्वाब में देखा हम ने
ऐ अदा और सुनाएं भी तो क्या हाल अपना
उम्र का लंबा सफ़र, तय किया तनहा हम ने
umrao jan
i once loved an american woman